यादों में कानपुर पार्ट -2

कानपुर के मुशायरे यूं तो शेरी नशिस्ते साल भर होती रहतीं थीं लेकिन हल्के गुलाबी जाड़े शुरु होते ही कानपुर में मुशायरे ज़ोर पकड़ने लगते थे। मुशायरे ऑर्गनाइज़ करने में कई अदबी ऑर्गनाइज़ेशन एक्टिव थे और फाइनांशियल सपोर्ट में कॉरपोरेट्स का अहम रोल था। जिनमें बीआईसी यानि ब्रिटिश इंडिया कॉर्पोरेशन के अलावा जे के ग्रुप्स […]

Continue Reading

संस्मरण – यादों में कानपुर भाग -1

‘कानपुर का जो ज़िक्र किया तूने हमनशीं इक तीर मेरे सीने में मारा के हाय हाय !’ अंग्रेज़ी में एक लफ्ज़ है Amazing जिसका हिंदी तर्जुमा अद्भुत है और उर्दू में इसे हैरत अंगेज़ कहतें हैं। लेकिन हमारे लिए इन तीनों का असल मतलब कानपुर है! इस बात को वही समझ सकता है जो या […]

Continue Reading