रक्षाबंधन 

इस बार भी बंधे हैं बहनों के धागे मेरी कलाई में  चमकीले, मोतियों जड़े  लाल लाल रंग के  नाड़ियों में दौड़ते द्रव्य से  इस तरह हजारों सालों में पली-बढ़ी संस्कृति से  जुड़ गए हैं मेरे तार  बहनों की रक्षा की सौगंध खाते हुए  कि मैं ढूंढता हूं एक सुरक्षित जगह उनके लिए  और पाता हूं […]

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