युवा लेखिकाओं से साक्षात्कार श्रृंखला कड़ी – 3

बिहार सरकार में  प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के पद पर कार्यरत युवा लेखिका प्रीति प्रकाश अपने अपने अनुभवजनित गंभीर लेखन से साहित्य की दुनिया में अपनी  विशिष्ट पहचान रखती हैं। उनके लेखन में जो तेवर और तीक्ष्णता है, उसकी झलक उनके साक्षात्कार में भी दिखती है। अपने आसपास के समाज से होते हुए बाहर फैली व्यापक […]

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युवा लेखिकाओं से साक्षात्कार श्रृंखला कड़ी – 2

प्रकृति करगेती से अनुराधा गुप्ता की बातचीत 2015 में कहानी ‘ ठहरे हुए से लोग’ के लिए राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान प्राप्त कर हिंदी साहित्य की दुनिया में एक मजबूत जगह बनाने वाली प्रकृति करगेती बेहद ऊर्जावान व डायनेमिक लेखिका हैं। उनका लेखन साहित्य, पत्रकारिता से होते हुए अब सिनेमा के नए क्षितिज तलाश […]

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हिंदी की जानी मानी युवा लेखिकाओं से स्त्री व उससे जुड़े समसामयिक मुद्दों पर बातचीत की श्रृंखला के क्रम में सुप्रसिद्ध लेखिका सपना सिंह की अनुराधा गुप्ता से बातचीत। कड़ी – १

1/ अपने बारे में कुछ बताएं। बचपन से लेकर अब तक की यात्रा के वे कुछ हिस्से जो आप हम सबसे साझा करना चाहें। 2/ अब तक के जीवन का कौन सा दौर आप को सबसे अधिक पसंद है? 3/ आप की पहली कौन सी रचना थी जो पब्लिक फोरम में आई? 4/ आप को […]

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वरिष्ठ आलोचक प्रो. गोपेश्वर सिंह से अनुराधा गुप्ता की बातचीत

‘साहित्य के जनतंत्र में आलोचना प्रतिपक्ष की रचनात्मक भूमिका निभाने वाली विधा है’ गोपेश्वर सिंह हमारे समय के महत्त्वपूर्ण आलोचक व चिन्तक हैं. आधुनिक साहित्य के साथभक्ति साहित्य को अलग नजरिए से देखने और उसके महत्त्वपूर्ण आयाम उद्घाटित करने मेंउनका विशेष योगदान है.उनकी प्रमुख पुस्तकें हैं – ‘नलिन विलोचन शर्मा’ (विनिबंध,साहित्य अकादेमी),‘साहित्य से संवाद’, ‘आलोचना […]

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