सोलो ट्रिप पर जाती सखी

दृश्य से दर्शन तक जाती कविताएँ! स्वाति शर्मा का पहला कविता संग्रह-सोलो ट्रिप पर जाती सखी-पढ़ते हुए कुछ बातें साफ़तौर पर कही जा सकती हैं…पहली, उनकी कविताएँ पढ़ते हुए किसी अन्य कवि की याद नहीं आई…यानी उनकी कविताएँ किसी अन्य कवि जैसी नहीं लगीं। स्वाति की कविताएँ स्वाति की कविताओं जैसी ही हैं यानी नितांत […]

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”पांचवा पराठा ”

डॉक्टर गिरिराज किशोर यह कहानी डॉक्टर गिरिराज किशोर की समसामयिक कहानियों में से एक है। साहित्य अकादमी और पद्म विभूषित डॉक्टर गिरिराज किशोर एक सशक्त कथाकार रहे हैं और वे प्रतिभा सम्पन्न लेखक के रूप में भी जाने जाते हैं। सन् 1991 में इनका उपन्यास ‘ढ़ाई घर’ अत्यन्त लोकप्रिय रहा जिसे सन् 1992 में एक […]

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क़ैद में क़िताब

अंधकारपूर्ण समय का सबसे मधुर गीत-क़ैद में किताब! बीसवीं शताब्दी के विश्व प्रसिद्ध जर्मन कवि बर्तोल्त ब्रेख्त की एक कविता है-अंधेरे ज़मानो में, गाया भी जाएगा? हां, गाया भी जाएगा, अंधेरे ज़मानों के बारे में। यह कविता दूसरे विश्व युद्ध के पहले वर्ष में लिखी गई। ज़ाहिर है लेखक का काम अपने समय के अंधेरों […]

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”सा मा शान्तिरेधि”

“शांति के लिए व्यर्थ अतिरिक्त प्रयास ना करें. अशांति को स्वीकार कर लें तो अपने आप शांत हो जाएंगे”– ओशो पोस्ट-एपोकैलिक हॉरर फ़िल्म की एक श्रृंखला है “ए क्वाइट प्लेस”. जिसमें ऐसी दुनिया का चित्रण है जहां अतिसंवेदनशील-श्रवण-क्षमता वाले अंधे रक्तपिपासु जीव (एलियंस?) आ गए हैं. इनकी बख्तरबंद त्वचा, असाधारण गति और ताकत जैसे इन्हें […]

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फिल्म गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लोकप्रिय नेता

रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित और 1982 में रिलीज हुई फिल्म गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लोकप्रिय नेता, अहिंसावादी राष्ट्रनायक एवं भारत के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हें आदर भाव के साथ बापू और महात्मा गांधी भी कहा जाता है उनके वास्तविक जीवन पर आधारित है। इस फिल्म में बेन किंग्सले ने गांधी […]

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