बाल साहित्य : साहित्य का वृष्टिछाया क्षेत्र

अपने देश की कुल आबादी का एक चौथाई हिस्सा चौदह साल तक की उम्र के बच्चों का है। देश के लगभग चौवालीस प्रतिशत लोगों की पहली भाषा हिंदी है। जिसका साहित्य तकरीबन सौ साल से ज्यादा पुराना है। उसी हिंदी साहित्य की दुनिया में बच्चों की किताबों का जिक्र नहीं होता। ‘बाल साहित्य’ जैसा अलग खाँचा बनाकर उसे […]

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लोकमाता अहिल्या बाई होलकर

एक पर्याय : सशक्त भारतीय स्त्री का                                            “The History of a nation is the biography of its great men” Thomas  Carlyle (किसी भी राष्ट्र का इतिहास उसके महान लोगों की जीवनी होता है।) संपूर्ण विश्व में समान अधिकारों के संघर्ष के सिलसिले में ‘नारीवाद’ शब्द सामने आया। ‘नारीवाद’ आधुनिक व परवर्ती काल में […]

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