फिल्म गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लोकप्रिय नेता

समीक्षा (review)

रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित और 1982 में रिलीज हुई फिल्म गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लोकप्रिय नेता, अहिंसावादी राष्ट्रनायक एवं भारत के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हें आदर भाव के साथ बापू और महात्मा गांधी भी कहा जाता है उनके वास्तविक जीवन पर आधारित है। इस फिल्म में बेन किंग्सले ने गांधी जी का किरदार निभाया और उनके बेहतरीन अभिनय ने उन्हें उनन्तर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाई। यह फिल्म महात्मा गांधी के जीवन के विभिन्न चरणों को प्रदर्शित करती है। दक्षिण अफ्रीका में उनके नागरिक अधिकारों की लड़ाई से लेकर भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ उनके अहिंसक आंदोलन तक। 

               फिल्म की शुरुआत 1948 में गांधी जी की हत्या से होती है, इसको कुछ क्षणों के लिए दिखाया जाता है और फिर फ्लैसबैक  में उनके जीवन के महत्वपूर्ण घटनाओं को दिखाया जाता है। यह फिल्म गांधी जी के जीवन के प्रमुख आंदोलनों, जैसे चंपारण आंदोलन, खिलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोडो आंदोलन में गांधी जी की सर्वोच्च भूमिका तथा जनसमुदाय की भागीदारी को प्रदर्शित करती है। इसके साथ ही फिल्म में गांधी जी के व्यक्तिगत संघर्ष, सत्य और अहिंसा के प्रति उनकी अडिग निष्ठा, और भारतीय स्वतंत्रता के लिए उनके योगदान को भी बारीकी से प्रस्तुत किया।

इस फिल्म में रिचर्ड एटनबरो का निर्देशन उत्कृष्ट है। उन्होंने गांधी जी के जीवन को बहुत ही संवेदनशीलता और सम्मान के साथ पेश किया। रोहिणी हटोगडी ने कस्तू‌रबा गांधी की भूमिका में बेहतरीन काम किया है। अन्य सहायक कलाकारों ने भी फिल्म को मजबूतीप्रदान की। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और सेट डिज़ाइन उस दौर की ऐतिहासिक सटीकता को बखूबी दर्शाती है। रवि शंकर द्वारा दी गई संगीत पृष्ठभूमि फ़िल्म की गहराई को और बढ़ाती है, और भारतीय संस्कृति की समृद्धि को बखूबी प्रदर्शित करती है।

       यह फिल्म गांधी जी के विचारों और उनके द्वारा अपनाई गई अहिंसा और सत्य की नीति को प्रभावी ढंग से दर्शाती है। फिल्म के माध्यम से यह संदेश दिया कि संघर्ष चाहे कितना भी बड़ा क्यो न हो  अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलते हुए भी उसे जीता जा सकता है अथार्थ किसी क्षेत्र मे स्थायी परिवर्तन सत्य और अहिंसा का  मार्ग अपनाकर ही लाया जा सकता हैं |

      महात्मा गांधी पर बनी कुछ और फिल्में :

नाइन ऑवर्स टू रामा (1963) यह फ़िल्म नाथूराम गोडसे की ज़िंदगी और महात्मा गांधी की हत्या पर आधारित है. यह फिल्म  अंग्रेज़ी में बनी थी.| हे राम (2000) यह फ़िल्म भी महात्मा गांधी की हत्या पर आधारित है. इस फ़िल्म में गांधी जी के किरदार में नसीरुद्दीन शाह थे| द मेकिंग ऑफ़ महात्मा गांधी (1996) इस फ़िल्म में गांधी जी का किरदार रजत कपूर ने निभाया था. उन्हें इस फ़िल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था.|गांधी माई फ़ादर (2007) इस फ़िल्म में गांधी जी की हत्या और संघर्ष से परे उनके निजी जीवन को दिखाया गया था. इस फ़िल्म में बापू और उनके बेटे हीरालाल गांधी के रिश्तों को दर्शाया गया था. दर्शन जरीवाला ने बापू का किरदार निभाया था और अक्षय खन्ना ने हीरालाल गांधी का किरदार निभाया था. गांधी एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक फिल्म है जो महात्मा गांधी के जीवन और कार्यों का प्रभावी चित्रण करती है।

           बेहतरीन निर्देशन, उत्कृष्ट अभिनय, और प्रेरणादायक संदेश के कारण यह फिल्म न केवल 1983 में 8 ऑस्कर जीतने में सफल रही, बल्कि आज भी दर्शकों को प्रभावित करती है | 

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