विविधव्यंग्य 11/05/2025 ललन चतुर्वेदी के दो व्यंग्यवैकल्पिक व्यवस्था होने तक हिन्दी के एक बड़े लेखक प्रभाकर माचवे ने कभी कहा था कि लेखक को स्वयं को बार-बार उद्धृत करना चाहिए. इससे मैं सहमत हूँ. कभी- कभ… Read more 0 27 0 Share