बाल कविताएं भाग -1
” कहो साइकिल ट्रॉफी पाओ ” बोलो ऐसी कौन सवारीदिखती भी हो प्यारी- प्यारी नहीं कभी पेट्रोल वो खायेइधर-उधर पर आए-जाये घंटी जिसकी टन टन बजतीकदम कदम जो चलती रहती पायडिल जितना तेज घुमाएंउतना आगे बढ़ते जाएं नहीं जरा भी धुआं यहां परनहीं तेल का कुआं यहां पर घट जाती है इससे दूरीयोगा में भी […]
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